Add To collaction

घर जंवाई.......

.......घर जंवाई.......

चाहते हो यदि कि
बुढ़ापा न गुजरे वृद्धाश्रम मे
तो आपके बेटा बेटी होने पर
घर जंवाई ही बनाना
औलादों को अपनी

बहुओं से मिलता कहां वह सम्मान अब
सास और ससुर को ,जब की
बेटियां ही रखती हैं ख्याल मां बाप का
घर रहेंगे दोनो सुखी
अपना घर जंवाई पाकर

वक्त बदला हालात बदल गए
रिश्ते अपने ,हाथ से फिसल गए
पति की चलती नही पत्नी के आगे
बेटियां ही मां बाप के लिए भागें
करो बंद बेटियों की बिदाई
ले आओ घर जंवाई

नाना नानी भी रहेंगे खुश
बच्चे भी बनेंगे होनहार
बढ़ेगी संस्कृति भी देश की
पढ़ेंगे रामायण गीता के सार

खुशहाल बुढ़ापे का अब मंत्र यही है
मानो या ने मानो पर बात बिलकुल सही है
........................
मोहन तिवारी,मुंबई

   3
1 Comments

Reena yadav

10-Nov-2023 11:08 PM

👍👍

Reply